“सोने ने 24 कैरेट के लिए 10 ग्राम पर 1,42,000 रुपये का रिकॉर्ड हाई छुआ, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में दबाव से फिसलकर 1,39,400 रुपये पर आ गया। चांदी ने 2,82,700 रुपये प्रति किलो का स्तर पार किया, फिर 24,700 रुपये की गिरावट के साथ 2,58,000 रुपये पर बंद हुई। प्रमुख शहरों में कीमतें अलग-अलग घटीं, निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह।”
सोने-चांदी में तेज गिरावट: वैश्विक कारकों से प्रभावित बाजार, शहरवार रेट्स
सोने की कीमतों में हालिया उछाल के बाद अचानक आई गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के बीच डॉलर इंडेक्स मजबूत हुआ, जिससे सोने पर दबाव बढ़ा। विशेषज्ञों का मानना है कि मध्य पूर्व में तनाव कम होने और चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेतों ने सोने की सुरक्षित निवेश वाली अपील को कमजोर किया। भारत में, MCX पर सोना फ्यूचर्स 1,42,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्च स्तर से गिरकर 1,39,200 रुपये पर कारोबार कर रहा है, जो लगभग 3,300 रुपये की गिरावट दर्शाता है। इस गिरावट का असर सर्राफा बाजार पर भी पड़ा, जहां खुदरा कीमतें औसतन 2-3 प्रतिशत नीचे आईं।
चांदी की बात करें तो औद्योगिक मांग में कमी ने इसे और ज्यादा प्रभावित किया। सोलर पैनल और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में सुस्ती के कारण चांदी ने एक घंटे में ही 21,000 रुपये से ज्यादा की गिरावट दर्ज की, लेकिन कुल मिलाकर 24,700 रुपये प्रति किलो की सस्ती हुई। MCX पर चांदी मार्च डिलीवरी 2,54,174 रुपये के रिकॉर्ड से फिसलकर 2,58,000 रुपये पर स्थिर हुई। विश्लेषकों का कहना है कि सिल्वर की कीमतें गोल्ड की तुलना में ज्यादा वोलेटाइल रहती हैं, क्योंकि इसका 50 प्रतिशत से अधिक उपयोग उद्योगों में होता है। वैश्विक स्तर पर स्पॉट सिल्वर 83.62 डॉलर प्रति औंस के हाई से 75.47 डॉलर पर आ गया, जो भारतीय बाजार को सीधे प्रभावित कर रहा है।
प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों पर नजर डालें तो दिल्ली में 24 कैरेट सोना 1,39,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर उपलब्ध है, जो पिछले हाई से 2,600 रुपये कम है। मुंबई में यह 1,39,250 रुपये पर कारोबार कर रहा है, जबकि चेन्नई में ऊंची ड्यूटी और लोकल डिमांड के कारण 1,42,040 रुपये पर थोड़ा मजबूत है। कोलकाता और बेंगलुरु दोनों में 1,39,250 रुपये का स्तर देखा जा रहा है, जहां गिरावट 1,750 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। हैदराबाद में भी यही रेट चल रहा है, लेकिन लोकल ज्वेलर्स की ओर से अतिरिक्त छूट मिल रही है। 22 कैरेट सोने के लिए दिल्ली में 1,27,800 रुपये, मुंबई में 1,27,650 रुपये और चेन्नई में 1,30,200 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर है। इन शहरों में गिरावट की दर अलग-अलग है, दिल्ली में 2 प्रतिशत से ज्यादा, जबकि चेन्नई में 1.5 प्रतिशत के आसपास।
चांदी की शहरवार कीमतें भी प्रभावित हुईं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में 2,58,000 रुपये प्रति किलो का रेट है, जो हाई से 24,700 रुपये कम दर्शाता है। चेन्नई और हैदराबाद में यह 2,81,000 रुपये पर है, जहां लोकल इंडस्ट्री डिमांड ने इसे थोड़ा सपोर्ट दिया। कुल मिलाकर, चांदी की गिरावट सोने से ज्यादा तीव्र रही, क्योंकि ग्लोबल कमोडिटी मार्केट में इंडस्ट्रियल मेटल्स पर प्रेशर बढ़ा। निवेशक अब ETF और फ्यूचर्स में सतर्कता बरत रहे हैं, क्योंकि आगे की अनिश्चितता बनी हुई है।
बाजार विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि गिरावट के इस दौर में लॉन्ग-टर्म निवेशक खरीदारी पर विचार करें, लेकिन शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स को वोलेटिलिटी से बचना चाहिए। सोने की कीमतें 2025 में 74.5 प्रतिशत बढ़ चुकी हैं, जबकि चांदी 138 प्रतिशत उछली है, लेकिन हालिया करेक्शन से रिकवरी की उम्मीद है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड 4,421.91 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस पर है, जो महीनेभर में 4.5 प्रतिशत ऊपर है। भारत में आयात शुल्क और GST का असर भी कीमतों पर पड़ रहा है, जिससे खुदरा स्तर पर अतिरिक्त बोझ है।
इस गिरावट के पीछे एक बड़ा कारक अमेरिकी अर्थव्यवस्था के मजबूत आंकड़े हैं, जिन्होंने ब्याज दर कटौती की संभावनाओं को कम किया। इसके अलावा, क्रिप्टोकरेंसी जैसे अल्टरनेटिव एसेट्स में निवेश बढ़ने से प्रेशियस मेटल्स से फंड आउटफ्लो हुआ। भारतीय निवेशकों के लिए, आने वाले त्योहारों से पहले कीमतों में स्थिरता की उम्मीद है, लेकिन ग्लोबल इवेंट्स पर नजर रखनी होगी। चांदी में सोलर एनर्जी सेक्टर की रिकवरी से उछाल आ सकता है, जबकि सोना जियोपॉलिटिकल रिस्क्स पर निर्भर रहेगा। कुल मिलाकर, बाजार में सतर्क乐观वाद है, जहां गिरावट को खरीदारी का अवसर माना जा रहा है।
Disclaimer: This news is based on reports, tips, and sources.